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Friday, July 27, 2018

डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम


*डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम*

*सुप्रसिद्ध भारतीय शास्त्रज्ञ*

*स्मृतिदिन - २७ जुलै २०१५*

डॉ. अवुल पाकीर जैनुलाबदिन अब्दुल कलाम तथा ए. पी. जे. अब्दुल कलाम (तमिळ: அவுல் பகீர் ஜைனுலாப்தீன் அப்துல் கலாம்) (ऑक्टोबर १५, इ.स. १९३१ - २७ जुलै, इ.स. २०१५) हे भारतीय शास्त्रज्ञ आणि भारताचे अकरावे राष्ट्रपती (कार्यकाळ २५ जुलै, इ.स. २००२ ते २५ जुलै, इ.स. २००७[१]) होते. आपल्या आगळ्या वेगळ्या कार्यपद्धतीमुळे ते 'लोकांचे राष्ट्रपती' म्हणून लोकप्रिय झाले.

१९६३ मध्ये ते भारतीय अवकाश संशोधन संस्थेत (इस्रो) क्षेपणास्त्र विकासातील पिएसएलव्ही(सेटेलाइट लॉन्चिंग व्हेईकल) च्या संशोधनात भाग घेऊ लागले.इंदिरा गांधीपंतप्रधान असताना भारताने क्षेपणास्त्र विकासाचा एकात्मिक कार्यक्रम हाती घेतला त्या वेळी डॉ. कलाम पुन्हा डीआरडीओमध्ये

वयक्तिक कामापेक्षा सांघिक कामगिरीवर त्यांचा भर असे व सहकार्‍यांमधील उत्तम गुणांचा देशाच्या वैज्ञानिक प्रगतीसाठी उपयोग करून घेण्याची कला त्यांच्यामध्ये होती. क्षेपणास्त्र विकासकार्यामधील 'अग्नी' क्षेपणास्त्राच्या यशस्वी चाचणीमुळे डॉ. कलाम यांचे जगभरातून कौतुक झाले. पंतप्रधानांचे वैज्ञानिक सल्लागार म्हणून काम करतांना देशाच्या सुरक्षिततेच्या दृष्टीने त्यांनी अनेक प्रभावी धोरणांची आखणी केली. त्यांनी संरक्षण मंत्र्यांचे वैज्ञानिक सल्लागार व डीआरडीओ चे प्रमुख म्हणून त्यांनी अर्जुन हा एम.बी.टी.(मेन बॅटल टँक) रणगाडा व लाइट काँबॅट एअरक्राफ्ट (एलसीए) यांच्या निर्मितीत महत्त्वाची भूमिका पार पाडली.

विज्ञानाचा परम भोक्ता असणारे डॉ. कलाम मनाने खूप संवेदनशील व साधे होते. त्यांना रुद्रवीणा वाजण्याचा, मुलांशी गप्पा मारण्याचा छंद होता. भारत सरकारने 'पद्मभूषण', 'पद्यविभूषण' व १९९८ मध्ये 'भारतरत्‍न' हा सर्वोच्च किताब देऊन त्यांचा सन्मान केला. डॉ. कलाम हे अविवाहित व पूर्ण शाकाहारी होते. बालपण अथक परिश्रमांत व्यतीत करून विद्येची अखंड साधना करीत खडतर आयुष्य जगलेले, आणि जगातील सर्वात मोठया लोकशाही राष्ट्राच्या राष्ट्रपतिपदी निवड झालेले डॉ. कलाम, हे युवकांना सदैव प्रेरणा देणारे व्यक्तिमत्त्व होते. पुढील वीस वर्षांत होणार्‍या विकसित भारताचे स्वप्न ते सतत पहात.

जब एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रपति बने थे तो एक बार अब्दुल कलाम के कुछ रिश्तेदार उनसे मिलने राष्ट्रपति भवन आए. कुल 50-60 लोग थे. स्टेशन से सब को राष्ट्रपति भवन लाया गया जहां उनका कुछ दिन ठहरने का कार्यक्रम था. उनके आने-जाने और रहने-खाने का सारा खर्च कलाम ने अपनी जेब से दिया. संबंधित अधिकारियों को साफ निर्देश था कि इन मेहमानों के लिए राष्ट्रपति भवन की कारें इस्तेमाल नहीं की जाएंगी. यह भी कि रिश्तेदारों के राष्ट्रपति भवन में रहने और खाने-पीने के सारे खर्च का ब्यौरा अलग से रखा जाएगा और इसका भुगतान राष्ट्रपति के नहीं बल्कि कलाम के निजी खाते से होगा. एक हफ्ते में इन रिश्तेदारों पर हुआ तीन लाख चौवन हजार नौ सौ चौबीस रुपये का कुल खर्च देश के राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने अपनी जेब से भरा था.
अपना कार्यकाल पूरा करके कलाम जब राष्ट्रपति भवन से जा रहे थे तो उनसे विदाई संदेश देने के लिए कहा गया. उनका कहना था, ‘विदाई कैसी? मैं अब भी एक अरब देशवासियों के साथ हूं.’
इसी तरह एक बार कलाम आईआईटी (बीएचयू) के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि बनकर गए थे. वहां मंच पर जाकर उन्होंने देखा कि जो पांच कुर्सियां रखी गई हैं उनमें बीच वाली कुर्सी का आकार बाकी चार से बड़ा है. यह कुर्सी राष्ट्रपति के लिए ही थी और यही इसके बाकी से बड़ा होने का कारण भी था. कलाम ने इस कुर्सी पर बैठने से मना कर दिया. उन्होंने वाइस चांसलर (वीसी) से उस कुर्सी पर बैठने का अनुरोध किया. वीसी भला ऐसा कैसे कर सकते थे? आम आदमी के राष्ट्रपति के लिए तुरंत दूसरी कुर्सी मंगाई गई जो साइज में बाकी कुर्सियों जैसी ही थी।
एपीजे अब्दुल कलाम का शुरूआती जीवन
अब्दुल कलाम साहब 15 अक्टूबर 1931 में एक मुस्लिम परिवार में पैदा हुए थे | उनके पिता जैनुलाबदीन नावों को बनाने और उन्हें बेचने का काम किया करते थे | कहा जाता है कि अब्दुल कलाम शुरू से ही शानदार स्टूडेंट रहे थे | बाद में एक बार जब उन्हें उनके बचपन के बारे में एक सवाल पूछा गया कि उन्हें अन्तरिक्ष विज्ञान में रूचि किस तरह जगी तो उन्होंने बताया कि “ एक बार उन्होंने अख़बार में एक आर्टिकल पढ़ा था तभी से उन्हें विमान विज्ञान में रूची हो गयी | उनकी माता अशियाम्मा एक गृहिणी थी | कलाम अपने चार बहन-भाईयो में सबसे छोटे थे | हालाँकि कलाम के परिवार वाले और उनके पुरखे काफी अमीर थे और उनके पास बेहतरीन जमीन हुआ करती थी क्योंकि सालों से उनका परिवार सामान को नाव के जरिये एक से दूसरे जगह बेचने खरीदने का काम किया करते थे | पर कलाम के बचपन के समय उनका बिज़नस कम हो गया जिसकी वजह से परिवार की आर्थिक हालत खराब हो गयी | यह वही समय की बात जब कलाम साहब को अखबार बेचने का काम भी करना पड़ा ताकि वो परिवार की आमदनी में अपना हाथ बटा सकें | उन्होंने जिन्दगी भर शादी नहीं की और

ये एपीजे अब्दुल कलाम के किस्से प्रेरणा श्रोत व आज के दौर के नेताओं को आईना भी है,एपीजे अब्दुल कलाम की म्रत्यु आज ही यानी 27 जुलाई 2015 को हुई थी।
कलाम ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मदरसे से की थी जिस पर मशहूर शायर Mohd Imran Khan (प्रतापगढ़ी)का मुझे एक शेर याद आ रहा है जो यू होता है कि:
निकले ज़ाकिर,फखरुद्दीन,क़लाम मदरसों से,
मत जोड़ो आतंकवाद का नाम मदरसों से।।

क्योंकि शायर को लगता है कि आज जिन मदरसों ने देश के लिए राष्ट्रपति,वैज्ञानिक दिए व जंग-ए-आज़ादी में अहम भूमिका निभाई थी उन्ही मदरसों पर आतंकवाद की शिक्षा देते हैं कि मोहर लगाने में सफ़ेदपोश देरी नही करते हैं।
ख़ैर डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को शत शत शत नमन, व अल्लाह अब्दुल कलाम जी को जन्नत  नसीब करें व मौजूदा नेताओ को हिदायत दे

Tuesday, July 24, 2018

ख्वाहिश

_ख्वाहिश नहीं मुझे_
_मशहूर होने की,

        _आप मुझे पहचानते हो_
        _बस इतना ही काफी है._


_अच्छे ने अच्छा और_
_बुरे ने बुरा जाना मुझे,_

        _क्यों की जिसकी जितनी जरूरत थी_
        _उसने उतना ही पहचाना मुझे._


_जिन्दगी का फलसफा भी_
_कितना अजीब है,_

        _शामें कटती नहीं और_
        _साल गुजरते चले जा रहें है._


_एक अजीब सी_
_दौड है ये जिन्दगी,_

        _जीत जाओ तो कई_
        _अपने पीछे छूट जाते हैं और_

_हार जाओ तो_
_अपने ही पीछे छोड़ जाते हैं._


_बैठ जाता हूँ_
_मिट्टी पे अकसर,_

        _क्योंकि मुझे अपनी_
        _औकात अच्छी लगती है._

_मैंने समंदर से_
_सीखा है जीने का सलीका,_

        _चुपचाप से बहना और_
        _अपनी मौज मे रेहना._


_ऐसा नहीं की मुझमें_
_कोई ऐब नहीं है,_

        _पर सच कहता हूँ_
        _मुझमें कोई फरेब नहीं है._


_जल जाते है मेरे अंदाज से_
_मेरे दुश्मन,_

              _क्यों की एक मुद्दत से मैंने,
.... न मोहब्बत बदली
      और न दोस्त बदले हैं._


_एक घडी खरीदकर_
_हाथ मे क्या बांध ली_

        _वक्त पीछे ही_
        _पड गया मेरे._

_सोचा था घर बना कर_
_बैठुंगा सुकून से,_

        _पर घर की जरूरतों ने_
        _मुसाफिर बना डाला मुझे._


_सुकून की बात मत कर_
_ऐ गालिब,_

        _बचपन वाला इतवार_
        _अब नहीं आता._


_जीवन की भाग दौड मे_
_क्यूँ वक्त के साथ रंगत खो जाती है ?_

        _हँसती-खेलती जिन्दगी भी_
        _आम हो जाती है._


_एक सवेरा था_
_जब हँसकर उठते थे हम,_

        _और आज कई बार बिना मुस्कुराये_
        _ही शाम हो जाती है._


_कितने दूर निकल गए_
_रिश्तों को निभाते निभाते,_

        _खुद को खो दिया हम ने_
        _अपनों को पाते पाते._


_लोग केहते है_
_हम मुस्कुराते बहुत है,_

        _और हम थक गए_
        _दर्द छुपाते छुपाते._


_खुश हूँ और सबको_
_खुश रखता हूँ,_

        _लापरवाह हूँ फिर भी_
        _सब की परवाह करता हूँ._



_मालूम है_
_कोई मोल नहीं है मेरा फिर भी_

        _कुछ अनमोल लोगों से_
        _रिश्ता रखता हूँ._

Saturday, July 14, 2018

5% आरक्षण कोणत्या खेळांना


*( 5% आरक्षण कोणत्या खेळांना व त्यासाठीची नियमावली.)*

      शासनाने 10 Oct 2017 रोजी 5% आरक्षणाबाबत नव्याने शुद्धीपत्रक जारी करून कनिष्ठ गटातील खेळाडूंना काहीसा दिलासा देण्याचा प्रयत्न केला आहे. या 5 % आरक्षणात कोणते खेळ येतात व कोणती सर्टीफिकेट 5 % आरक्षणासाठी ग्राह्य धरतात या विषयीचा लेखाजोखा आपणा समोर मांडत आहे.5 % आरक्षणाच्या नावाखाली चाललेला सर्टीफिकेटचा गोरखधंदा बंद व्हावा , ही अपेक्षा.

       5 % आरक्षण मिळाविण्यासाठी आवश्यक असणारी क्रीडा अहर्ता

*अ गट*

         1) अधिकृत आंतरराष्ट्रीय वरीष्ठ गट क्रीडा स्पर्धा 2) पॅरा ऑलंपिक क्रीडा स्पर्धा 3) जागतिक आंतरविदयापीठ क्रीडा स्पर्धा 4) जागतिक शालेय क्रीडा स्पर्धा 5) ग्रँडमास्टर किताब -- या स्पर्धात प्राविण्य प्राप्त करणे  किंवा ऑलंपिक स्पर्धेत सहभाग  आवश्यक आहे.

*ब गट*

1) कनिष्ठ गटातील अधिकृत आंतरराष्ट्रीय स्पर्धा 2) वरीष्ठ गट राष्ट्रीय क्रीडा स्पर्धा 3) कनिष्ठ गट राष्ट्रीय क्रीडा स्पर्धा 4) पॅरा ऑलंपिक राष्ट्रीय स्पर्धा 5) राष्ट्रीय शालेय क्रीडा स्पर्धा 6) राष्ट्रीय ग्रामीण व महिला क्रीडास्पर्धा 7) अखिल भारतीय आंतरविद्यापीठ क्रीडा स्पर्धा 8) आंतरराष्ट्रीय मास्टर स्पर्धा -- *या स्पर्धेेत प्राविण्य मिळविणे किंवा मास्टर स्पर्धेेत आंतरराष्ट्रीय मास्टर किताब मिळविणे आवश्यक .

*क गट*

1) राज्यस्तर वरीष्ठ गट क्रीडा स्पर्धा 2) राज्यस्तर कनिष्ठ गट क्रीडा स्पर्धा 3) राज्यस्तर शालेय क्रीडा स्पर्धा 4) ग्रामीण व महिला राज्य स्पर्धा 5) राज्यस्तर आंतरविद्यापीठ क्रीडा स्पर्धा ( अश्वमेध ) 6) राज्य आदिवासी क्रीडा स्पर्धा  7) राज्य पॅरा ऑलंपिक स्पर्धा 8) राज्यस्तर अपंग क्रीडा स्पर्धा --- या स्पर्धेेत प्राविण्य संपादन करणे आवश्यक आहे.

*ड गट*

1) राष्ट्रीय वरीष्ठ गट क्रीडा स्पर्धा 2) पॅरा ऑलंपिक राष्ट्रीय क्रीडा स्पर्धा --- या स्पर्धेत सहभाग घेणे आवश्यक.

( अ गट, ब गट, क गट व ड गट असे चार गट असून त्यास आपण Class - 1, Class - 2, Class - 3, Class - 4 म्हणतो.)

*कोणत्या खेळांना 5% आरक्षण मिळणार*

महाराष्ट्र ऑलंपिक असो. च्या ५/४/२०१७ च्या पत्रान्वये खालील खेळ 5 % आरक्षणास पात्र आहेत.

*1) सेपक टाकरा 2)अॅथलेटिक्स 3)जलतरण 4)बॅडमिंटन 5)बास्केटबॉल 6)बॉक्सींग 7)सायकलिंग 8)फुटबॉल 9)जिम्नॅस्टिक 10)हँडबॉल 11)हॉकी 12)जुडो 13)कबड्डी 14)खो खो 15)लॉन टेनिस 16)रायफल शुटींग17)योगा 18)रोईंग 19)टेबल टेनिस 20)ट्रायथलॉन 21)तायक्वांदो 22)व्हॉलीबॉल 23)वेटलिफ्टींग 24)कुस्ती 25)कनॉईंग व कयाकिंग 26)तलवारबाजी 27)वुशू 28)पेंटॅथलॉन 29)आट्यापाटया 30)बॉल बॅडमिंटन 31)बॉडी बिल्डींग 32)कॅरम 33)मल्लखांब 34)नेटबॉल 35)रोलबॉल 36)रग्बी 37) आर्चरी 38)सॉफ्टबॉल 39)सॉफ्ट टेनिस 40)स्क्वॅश 41)रिंग टेनिस 42)रस्सीखेच 43)इक्वेस्टेरीअन( हॉर्स रायडिंग) 44)कराटे 45) स्केटिंग 46)थ्रोबॉल*

     या शिवाय 27 मार्चच्या शासन निर्णयानुसार ज्या खेळाच्या नोंदणीकृत राज्य संघटना त्यांच्या राष्ट्रीय संयटनेशी सलग्न असतील, तसेच खेळांच्या राष्ट्रीय संघटनेला इंडिअन ऑलंपिक असोशिएशनने सलग्नता दिलेली असल्यास , अशा राज्य संघानेच्या स्पधेतील प्राविण्यप्राप्त खेळाडूंना आरक्षणा या लाभ मिळेल. त्या साठी संबंधीत संघटनेला महाराष्ट्र ऑलंपिक असोशिएशनची सलग्नता हा निकष अनिवार्य असणार नाही.

*आरक्षण मिळण्यासाठी अटी व शर्ती*

*अ*)

1) अ व ब गटातील स्पर्धा आंतरराष्ट्रीय ऑलंपिक समितीशी सलग्न असणाऱ्या आंतरराष्ट्रीय फेडरेशनने अथवा इंडियन  ऑलंपिक असो.ने आयोजित केलेल्या असाव्यात. आमंत्रित स्वरूपाच्या स्पर्धामध्ये भाग घेतलेल्या खेळाडूंना आरक्षणाचा लाभ मिळत नाही .

2) राष्ट्रीय अजिंक्यपद स्पर्धांचे आयोजन भारतीय ऑलंपिक समितीशी सलग्न असणाऱ्या राष्ट्रीय फेडरेशन अथवा संघटनेने केलेले असावे.

3) राज्य क्रीडा स्पर्धांचे आयोजन महाराष्ट्र ऑलंपिक असोशिएशनशी सलग्न खेळाच्या राज्य संघटनेने केलेले असावे.

4) १७ मार्चच्या २०१७ च्या शासन निर्णयानुसार *महाराष्ट्र ऑलंपिकची मान्यता नसेल पण त्या खेळाच्या संघटनेला भारतीय ऑलंपिक संघटनेची सलग्नता असेल अशा खेळाच्या संघटनेद्वारा आयोजित राज्य अजिंक्यपद स्पर्धा.*

*आ*)

1) जागतिक आंतरविद्यापीठ स्पर्धा या आंतरराष्ट्रीय विद्यापीठ स्पोर्टस् बोर्ड द्वारा आयोजित केलेल्या असाव्यात.

2) अखिल भारतीय आंतरविद्यापीठ स्पर्धा या भारतीय विद्यापीठ कीडा बोर्डामार्फत आयोजित केलेल्या असाव्यात.

3) राज्यस्तर आंतरविदयापीठ ( अश्वमेध) स्पर्धांचे आयोजन संबंधित विद्यापीठाने केलेले असावे.

*इ*)

1) पॅरा ऑलंपिक स्पर्धा या पॅरा ऑलंपिक समितीने किंवा सलग्न असणाऱ्या संघटनेने आयोजित केलेल्या असाव्यात.

*ई*)

1) शालेय स्पर्धांचे आयोजन हे आंतरराष्ट्रीय शालेय महासंघ, भारतीय शालेय महासंघ किंवा क्रीडा व युवक सेवा संचलनालया मार्फत केलेले असावे.

*उ*)

1) आदिवासी क्रीडा स्पर्धांचे आयोजन आदिवासी विकास विभागामार्फत केलेले असावे.

*ऊ*)

1) आंतरराष्ट्रीय स्पर्धात किमान १२ खेळाडू किंवा १२ संघांचा समावेश असावा.

2) राष्ट्रीय व राज्य अजिंक्यपद स्पर्धत किमान ६० %  राज्ये/जिल्हे सहभागी होणे आवश्यक आहे.

Monday, July 9, 2018

इ.12वी च्या मराठी,हिंन्दी,इंग्रजी,संस्कृत व उर्दू विषयांचे प्रशिक्षण


*🎤"महत्वाचे/कालमर्यादित" प्रति, प्राचार्य/मुख्याध्यापक-【नाशिक जिल्हा】✍मा.विभागीय सचिव (एच.एस.सी.बोर्ड) व मा.शिक्षण उपसंचालक यांच्या आदेशान्वये सन 2018-2019 या शैक्षणिक वर्षातील उच्चमाध्यमिक(कनिष्ठ) महाविद्यालय स्तरावर इ.12वी च्या मराठी,हिंन्दी,इंग्रजी,संस्कृत व उर्दू विषयांच्या कृतिपत्रिकाप्रमाणे मुल्यमापन योजना लागू करण्याबाबतचे विषयनिहाय प्रशिक्षण सोबतच्या वेळापत्रकाप्रमाणे आयोजित केले आहे. त्याप्रमाणे संबंधित तालुक्यातील प्राचार्य/मुख्याध्यापकांनी उच्चमाध्यमिक(कनिष्ठ) महाविद्यालयांतील विषय शिक्षकांना वेळापत्रकाप्रमाणे उपस्थित राहण्याचे आदेशित करावे.अनुउपस्थित राहिल्यास संबंधितांवर जबाबदारी निश्चित केली जाईल.यांची नोंद घ्यावी. आदेशावरुन-शिक्षणाधिकारी(माध्यमिक) जि.प.नाशिक.[हा संदेश सर्वापर्यंत पोहचविणे.]* सर्व सघंटनानी सहकार्य करावे.

Sunday, July 8, 2018

सेवाज्येष्ठता


शालेय शिक्षण व क्रीडा विभागाने  दि१४-११-२०१७  चे परिपत्रका नुसार सेवाज्येष्ठता व पदोन्नतीबाबतचा स्पष्टीकरणात्मक काढलेला आदेश व अनुसुची "फ" बाबत*
 *स्पष्टीकरण आपल्या आकलनासाठी देत आहोत .........*
 *मुद्दा क्र.1* --  ज्या दिवशी SSC DEd शिक्षक हे *BA*पदवी धारण करतील , त्याच दिवशी ते *B. A. BEd स्केल साठी पात्र होतील.फ़क्त सदर शाळा / संस्था मध्ये प्रशिक्षित पदवीधर म्हणजे B. Ed. चे पद रिक्त असणे आवश्यक आहे.मात्र पद अथवा वेतनश्रेणी तसेच वरचे वर्ग अध्यापनासाठी मिळाले नाहीत तरी अशा पदवीधर शिक्षकांना सेवाज्येष्ठतेनुसार पदोन्नती मिळू शकते. हे मा. न्यायालयीन निर्णयानुसार सिद्ध झाले आहे. दि. 13/10 /2016 च्या शासननिर्णयानुसार पदवीधर याचा अर्थ कोणत्याही शाखेतील पदवी अधिक  D. Ed.  किंवा B. Ed. असा आहे, हे स्पष्टपणे नमूद केले आहे. म्हणजेच पदवीधर डी. एड्. शिक्षक हा बी. एड्. समकक्ष* समजला जातो.
 *मुद्दा क्र.2* --  इयत्ता  ५ वी ते 10 वीचे वर्ग असणाऱ्या माध्यमिक शाळेत  / संस्थेत सेवेत असणार्‍या सर्वच डी. एड्. व बी. एड् सह रुजू होणार्‍या सर्वच शिक्षकांची एकच एक प्रथम नेमणूक दिनांकानुसार जेष्ठता यादी बनवावी , ह्याच यादीनुसार जो जेष्ठ शिक्षक त्यास उपमुख्याध्यापक /मुख्याध्यापक पदी पदोन्नति द्यावी. DEd साठी BA कधी केले अथवा BEd स्केल कधी मिळाले महत्वाचे नाही , कारण schedul B प्रमाणे SSC D. Ed हे सहा.शिक्षका साठी full fill qualification आहे .दि. *24/1/2017 च्या शासननिर्णयानुसार पदवीधर शिक्षकांच्या जेष्ठतासूचीबाबत मुद्दा क्रमांक 2 मध्ये पदवीधर प्राथमिक शिक्षकांची जेष्ठता यादी करताना मूळ नियुक्ती दिनांकानुसार जेष्ठता निश्चित करावी, हे स्पष्टपणे नमूद केले आहे*
 *मुद्दा क्र.3* -- प्रमाणे पदोन्नती साठी SSC. D. Ed शिक्षकांनी B. A. /B. Com. /B. Sc. पदवी प्राप्त करणे आवश्यक आहे. B. Ed. पदवी केव्हा प्राप्त केली हे महत्वाचे नाही.*नेमणूक दिनांक पदोन्नतीसाठी महत्वाचा आहे*.
*मुद्दा क्र.4*-- प्रमाणे प्राथमिक शिक्षक (SSC DEd ) हा पदवी प्राप्त केल्या दिनांका पासून प्रशिक्षित पदवीधर म्हणून समजला जाईल .तसेच त्याचा अखंड सेवेतील  मुळ नियुक्ती दिनांकच (DEd/BEd) त्याचापदोन्नतीसाठी जेष्ठतेचा दिनांक असेल.
 *मुद्दा क्र.5* -- शिक्षक संवर्ग - - इयत्ता 5 ते 10 - तसेच 12वी  वर्ग असणारी माध्यमिक शाळेतील  (D. Ed/B.Ed) प्रथम नियुक्ति व अखंड सेवा प्रमाणे असणारी सामाईक जेष्ठता यादी ( D. Ed/B. Ed ) अर्हता असणारे सर्व  इयत्तांना (5 ते ई.10 -- 12 ला) शिकविणाऱ्या सर्व शिक्षकांची.सदर जेष्टता यादी ही फ़क्त नेमणूक दिनांक प्रमाणेच करावी.म्हणजे ज्याची नेमणूक आधी तो जेष्ठ असेल.( मग तो प्रथम नेमणूक वेळी D. Ed असो अथवा BEd) परंतु पदोन्नतीचे पद रिक्त होण्यापूर्वी तो , पदोन्नतीसाठी आवश्यक अर्हता पूर्ण करणे आवश्यक आहे. (म. खा. शा. नियमावली 1981 नियम क्रमांक, 3 नुसार ) जो नेमणूक दिनांकाप्रमाणे जेष्ठ शिक्षकच पदोन्नतीसाठी पात्र असेल.
 *मुद्दा क्र.6*-- महाराष्ट्र खाजगी शाळा सेवाशर्ती 1981 च्या schedule F नियम 12 प्रमाणे 'क' संवार्गा साठी आवश्यक अर्हता -- B. A /B.COM/ B. Sc. /B. Ed
 *अर्हता क्र.3* -- B. A /B. COM/ B. Sc/Dip.t ( जुना दोन वर्षांचा अभ्यासक्रम)
 *अर्हता क्र.4*-- B. A /B.COM/ B. Sc / S. T. C. / Dip.ed.( एक वर्षाचा अभ्यासक्रम किंवा तत्सम अभ्यासक्रम 'क' संवार्गात समाविष्ट होण्यासाठी 10 वर्ष सेवा होणे आवश्यक.
 टीप क्रमांक -- 2  (पहाणे आवश्यक)
 या टिप -- 2 चा संबंध अर्हता क्र. 3 शी आहे. यातील Dip.t ( जुना दोन वर्षांचा अभ्यासक्रम) हा D. Ed (दोन वर्षांचा अभ्यासक्रम ) ला समकक्ष आहे.( टिप -- 2 पहा)
*अर्हता क्र.4* मधील व्यवसायिक पात्रता ही 1 वर्षाचा अभ्यासक्रम आहे. या 1 वर्ष अभ्यासक्रमलाच फ़क्त 10 वर्ष सेवेची अट आहे . दोन वर्ष सेवेसाठी नाही.(म्हणजे अर्हता क्र.3 ला नाही. टीप क्र. -- 2 पहा. *कारण टीप-- 2 प्रमाणे SSC नंतर दोन वर्षांचा अभ्यासक्रम हा प्रशिक्षणविषयक अर्हता असून जेष्ठतेच्या प्रयोजना साठी राहील हे स्पष्ट म्हटले आहे*.)
दुसरे असे, की महाराष्ट्र शासन शिक्षण विभागाने 1978 साली Dip.t ( जुना दोन वर्षांचा अभ्यासक्रम) आणि STC , Dip.ed (एक वर्षाचा अभ्यासक्रम) हे बंद करून एकच D. Ed( दोन वर्षांचाअभ्यासक्रम) 1979 पासून सुरु केला आणि हा अभ्यासक्रम Dip.t ( दोन वर्ष अभ्यासक्रम ला समकक्ष आहे ( पहा -- टिप 2)
 *मुद्दा क्र. 7* पदोन्नतीसाठी  इयत्ता 5 ते 10 किंवा 12  पर्यंत वर्ग असणार्‍या माध्यमिक किंवा उच्च माध्यमिक शाळेची(D. Ed. /B. Ed. ) एकच सामाइक सेवाजेष्ठता यादी नियुक्ती दिनांका प्रमाणे असावी.
 प्रथम नियुक्ती दिनांक, अखंड सेवा पात्र असलेला शिक्षक मुख्याध्यापक पदी पदोन्नतीसाठी पात्र ठरेल.
सदर GR हा D. Ed. /B.Ed

Monday, July 2, 2018

सत्कार

मा .आमदार श्री . किशोर भाऊ दराडे यांचा सत्कार करतांना येवला मुख्याध्यापक संघाचे सर्व पद आधिकारी व सर्व माध्य . शाळेचे मुख्याध्यापक

Sunday, July 1, 2018

वेतनवाढ

*बेसिक आणि ग्रेड पे व वाहतुक भत्ता टाका वेतनवाढीसह पूर्ण पगार पहा*
 
http://xlapp.cloware.com/mobileapp/mobile_input.phpa=33103

वार्षिक वेतनवाढ काढणे

*वार्षिक वेतनवाढ-Increment काढणे....*
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*फक्त आपले जुने बेसिक व ग्रेड पे टाका सर्व कॅलक्यूलेशन आटोमॅटिक होणार.*
https://youtu.be/DLU-Qibib3E
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१ जुलै ला सर्वांना वार्षिक वेतनवाढ म्हणजेच Increment मिळाले..
आपल्यला Increment मिळाल्यानंतर..

*आपले बेसिक किती वाढले..?*
*Increment १० च्या पटीत कसे आटोमॅटिक Calculate करायचे..?*
*नवीन Increment  नुसार एकूण पगार 💵किती होणार..?*

या सर्व प्रश्नांची उत्तरे मी बनवलेल्या एकाच *Excel Sheet* मध्ये आहेत.

*Excel Sheet वापरून मोबाईल किंवा संगानाकावर एका मिनिटात Increment काढण्यासाठी खालील व्हिडीओ 🎥पहा..* 👇🏻👇🏻

https://youtu.be/DLU-Qibib3E

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         *श्री.एकनाथ गायकवाड*
                 *प्राथ.शिक्षक*
     *कोपरगाव,जि. अहमदनगर*

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